अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥
शिव पंचाक्षर स्तोत्र
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
It's believed that typical chanting of Chalisa provides happiness, peace, and prosperity while in the life with the devotees.
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥
लै त्रिशूल शत्रुन shiv chalisa lyricsl को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥
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जय सविता जय जयति दिवाकर!, सहस्त्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!...
पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन उबारो॥
It's thought that regular chanting of Shiva Chalisa with utmost devotion has the power to get rid of all the obstacles and difficulties from 1’s lifestyle.